गाजियाबाद: सात साल की लंबी प्रतीक्षा और चार प्रयासों के बाद, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के मास्टर प्लान 2031 को आखिरकार उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल गई है। यह मास्टर प्लान शहर के लिए एक दीर्घकालिक विकास योजना है, जिसे मई में अंतिम रूप दिया गया था और अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
कुल क्षेत्रफल | 33,543 हेक्टेयर |
विभिन्न भूमि उपयोग | आवासीय: 12,869 हेक्टेयर वाणिज्यिक: 744 हेक्टेयर औद्योगिक: 3,531 हेक्टेयर हरित क्षेत्र: 6,086 हेक्टेयर |
सात साल की यात्रा
जीडीए ने इस मास्टर प्लान को तैयार करने के लिए 2018 में काम शुरू किया था। तब से, इस योजना को कई बार संशोधित किया गया और चार बार सरकार को भेजा गया। हर बार, तकनीकी और नीतिगत कारणों से इसे वापस भेजा गया। आखिरकार, चौथे प्रयास में, 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश सरकार ने गाज़ियाबाद, मोदीनगर और लोनी क्षेत्रों के एकीकृत मास्टर प्लान 2031 को मंज़ूरी दे दी है।
मास्टर प्लान की मुख्य विशेषताएं
यह मास्टर प्लान गाजियाबाद को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित शहर के रूप में विकसित करने के लिए बनाया गया है। इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं:
जीआईएस-आधारित योजना: यह मास्टर प्लान भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) पर आधारित है, जो शहर की योजना को अधिक वैज्ञानिक और डेटा-आधारित बनाता है।
ट्रांजिट-उन्मुख विकास (टीओडी): योजना में मेट्रो स्टेशनों और बस डिपो के आसपास आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों को विकसित करने पर जोर दिया गया है, ताकि सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिले।
आवासीय और औद्योगिक विकास: विभिन्न आय वर्गों के लिए किफायती आवास और औद्योगिक क्षेत्रों का विकास इस योजना का हिस्सा है।
पर्यावरण संरक्षण: हिंदन नदी के किनारे हरित क्षेत्रों और पार्कों का निर्माण, साथ ही जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन इस योजना में शामिल है।
बुनियादी ढांचा: सड़कों, फ्लाईओवरों, जल आपूर्ति, और सीवरेज सिस्टम के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।
मंजूरी की प्रक्रिया
इस मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिए जीडीए ने कई दौर की समीक्षा की। पहले तीन प्रयासों में, विभिन्न आपत्तियों और सुझावों के कारण इसे संशोधित करना पड़ा। मई 2025 में, जीडीए ने संशोधित मसौदे को सरकार को भेजा, जिसे अंततः मंजूरी मिल गई। मंजूरी के बाद, अब जीडीए इस योजना को लागू करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रहा है।
भविष्य की योजनाएं
जीडीए के अधिकारियों के अनुसार, मास्टर प्लान 2031 गाजियाबाद को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। यह योजना न केवल शहर की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करेगी, बल्कि रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी। विशेष रूप से, ट्रांजिट-उन्मुख विकास से यातायात की भीड़ कम होगी और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।
गाजियाबाद मास्टर प्लान 2031 के साथ, शहर एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। यह योजना न केवल गाजियाबाद के शहरीकरण को व्यवस्थित करेगी, बल्कि इसे एक आधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल, और रहने योग्य शहर के रूप में भी स्थापित करेगी। इस मास्टर प्लान का सफल कार्यान्वयन गाजियाबाद के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।